जादू की पुड़‍िया में आपका स्‍वागत है। चूंकि यहां जादू के बारे में ख़बरें 'कभी-भी' और 'कितनी भी' आ सकती हैं। और हो सकता है कि आप बार-बार ब्‍लॉग पर ना आ सकें। ऐसे में जादू की ख़बरें हासिल करने के लिए ई-मेल सदस्‍यता की मदद लें। ताकि 'बुलेटिन' मेल-बॉक्‍स पर ही आप तक पहुंच सके।

Friday, June 7, 2013

आंख बंद करके मैं दिख रहा हूं या ग़ायब हो गया

1. जादू को पापा ने bay blades जाकर दिये हैं।

जिन्‍हें जादू दिन भर घुमाता रहता है। अभी अभी जादू पापा के पास आकर बोला, पापा ये मिक्‍सी टॉय है। मिक्‍सी की तरह घूमता है।

2. जादू और मम्‍मा का संवाद
जादू--जब मैं काकी के यहां जाता हूं तो सपने में आप दिखती हैं मुझे। पर आप आज नज़र नहीं आयीं।
मम्‍मा- कैसे आती। आज तो तुम काकी के यहां गये ही नहीं।
IMG_0905

3. आज जादू का स्‍पोर्ट्स डे है। सुबह सुबह बारिश हो गयी। विन्‍डो से झांककर जादू ने देखा और पूछा--मम्‍मा बारिश हो रही है।

मम्मा-- हां बेटा

जादू-- रेनकोट पहनाओगी या अंब्रेला होगी

मम्‍मा- रेनकोट

जादू- मम्‍मा सब क्‍लीन हो गया।
मम्‍मा- क्‍या क्‍लीन हो गया

जादू- बारिश से विन्‍डो-बिन्‍डो, ट्री-व्री, फ्लावर-व्‍लावर, बिल्डिंग विल्डिंग। सब मम्‍मा

मम्‍मा- हां
जादू- ट्री धुलकर ग्रीन हो गया मम्‍मा। हुर्रे तब तो मेरी स्‍कूल बस भी बहुत क्‍लीन हो जायेगी। मम्‍मा- हां बेटा पूरी धरती धुल गयी बारिश से।
 
स्‍पोर्ट्स की यूनीफॉर्म में जादू
IMG_0916