जादू की पुड़‍िया में आपका स्‍वागत है। चूंकि यहां जादू के बारे में ख़बरें 'कभी-भी' और 'कितनी भी' आ सकती हैं। और हो सकता है कि आप बार-बार ब्‍लॉग पर ना आ सकें। ऐसे में जादू की ख़बरें हासिल करने के लिए ई-मेल सदस्‍यता की मदद लें। ताकि 'बुलेटिन' मेल-बॉक्‍स पर ही आप तक पहुंच सके।

Saturday, February 26, 2011

आज 'जादू' का जन्‍मदिन है।

आज शरारत की ये पुडिया दो बरस की हो गई।

सुबह से घर में शरारतों का जमघट है।

आज की शरारतों की फ़ेहरिस्‍त बाद में।

फिलहाल तो इतना ही कि

शाम को कुछ लोग घर पर आ रहे हैं।


पापा केक ले आए हैं। फ्रिज में सुरक्षित है।

जादू ने 'रिबन्‍स एंड बलून्‍स' में केक लेने से पहले

पेस्‍ट्री सफ़ाचट कर ली है।
डॉक्‍टर मामा का गिफ्ट आ चुका है।

देवेंद्र मामा की कविता फ़ोन पर उन्‍हीं की आवाज़ में रिकॉर्ड हो चुकी है।

जन्‍मदिन की तैयारियां ज़ोरों पर हैं।
IMG_8814 IMG_8789