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Wednesday, February 2, 2011

नहीं दूंगा

आज 'इस्‍त्री' के लिए कपड़े लेने वाला बंदा आया।

'जादू' ने मम्‍मा के कपड़े देने से इंकार कर दिये।

शायद उसे लग रहा हो कि मेरी मम्‍मा के कपड़े

ये बंदा कहां ले जा रहा है।

बड़ी मुश्किल से जादू को समझाया गया कि

कल प्रेस होकर ये कपड़े वापस आ जायेंगे।

दबन

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जब घर में कोई छोटा बच्‍चा हो...वो  भी जादू जैसा
महा-शरारती/ महा-बदमाश/ महा-सक्रिय
तो दिन में कई बार हैरत का सामना होता है।

आज पापा फ़ोन पर किसी से बात कर रहे थे
TV म्‍यूट किया था....'दबंग' का गाना आया।
'जादू' की नज़र पड़ी...
फ़ौरन जादू ने डान्‍स शुरू कर दिया।

दबन...दबन....दबन।

'जादू' को 'दबंग' का Title Song बहुत पसंद है।

 

दबन और तिल्‍ला

टेलीविजन और रेडियो के side-effects.
हर जगह कुछ गाने लगातार बज रहे हैं।

और 'जादू'  ने ना जाने कैसे दो गाने सीख लिए हैं।

'दबन दबन दबन'

और

'तील्ला तील्‍ला तील्‍ला'
'जादू' इन गानों के इंट्रो म्‍यूजिक से
ही इन्‍‍हें पहचान लेता है।

कुछ चीज़ों पर आपका वश नहीं होता।

ताबी आ...?

key

आजकल बाहर निकलने से पहले जादू जी
मम्मा-पापा से पूछते हैं--चाभी है।
जादू की भाषा में चाभी को 'ताबी' कहते हैं।


तो घर से निकलते ही जादू जी पूछते हैं--'ताबी आ'

यानी 'चाभी है'।

ये बात जादू ने मम्मा-पापा की बातें सुनकर सीखी है।

दरअसल मम्‍मा-पापा घर से निकलते हुए एक-दूसरे से
पूछते हैं--चाभी ली है ना।

  

ज़ुकाम

जादू को सूखा ज़ुकाम हो गया है।

आक्‍छीं।

आक्‍छीं।

आक्‍.....छीं।

ओम्

आज जादू ने टी.वी. पर बाबा रामदेव
को देखकर ओम सीखा।

ओम के बजाए म्‍म्‍म्‍म्‍म्‍म्‍म करते हैं जनाब।

शरारतों की फ़ेहरिस्‍त

सीधे फेहरिस्‍त पर आते हैं।

1. आज सुबह जादू ने मम्‍मा की गर्मागर्म चाय की प्‍याली में
कटा हुआ apple डाल दिया।

2. बालकनी पर रखी अपनी तिपहिया सायकिल से

खूब सारी बातें कीं।

3. शाम को जब पापा घर पर आए-- तो कहा पापा--'टी.वी.'

यानी टी.वी. चलाईये। जादू ने आज पहली बार टी.वी. शब्‍द बोला।