जादू की पुड़‍िया में आपका स्‍वागत है। चूंकि यहां जादू के बारे में ख़बरें 'कभी-भी' और 'कितनी भी' आ सकती हैं। और हो सकता है कि आप बार-बार ब्‍लॉग पर ना आ सकें। ऐसे में जादू की ख़बरें हासिल करने के लिए ई-मेल सदस्‍यता की मदद लें। ताकि 'बुलेटिन' मेल-बॉक्‍स पर ही आप तक पहुंच सके।

Tuesday, January 18, 2011

चिडिया आदी

जादू बेडरूम की बालकनी पर खड़े होकर
चिडिया को बुला रहा है।

'चिडिया आदी' 'कौआ आदी'।

लेकिन मुंबई की बालकनी में
ठंड की इस सुबह ना तो चिडिया

आ रही है और ना ही कौआ या कबूतर।