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Tuesday, September 6, 2011

ये जादू-वाणी है

अकसर पापा जादू की आवाज़ रिकॉर्ड करते हैं।
पर रंजन अंकल की फ़रमाईश पर जादू-वाणी की पहली पोस्‍ट।
इसके बाद किसी दिन 'जादू-दर्शन' भी आयेगा।

'जादू वाणी' की पहली पोस्‍ट में जादू कुछ कविताएं सुना रहे हैं।

'बबलू हाथी राजा लाए', 'जॉनी जॉनी', 'धोबी आया', 'लकड़ी की काठी' 
'मछली जल की रानी है'  'नानी तेरी मोरनी' वग़ैरह।
 

 

Sunday, September 4, 2011

खांसी

मम्‍मा जादू को दवा पिला रही थीं।

जादू बोले--'खांसी आ रही है इसलिए दवा पीना है'।

छाता ले लो बारिश हो रही है।

बारिश से जुड़ी जादू की ताज़ा बातें।

 

1. अभी अभी मौसी से बातें हो रही थीं फोन पर।

मौसी ने कविता सुनाने को कहा।

जादू बोले--'मतनी (मछली) जल की रानी है। जीवन उशका पानी है।'

तभी बारिश शुरू हो गयी।

कविता बंद और जादू फटाक से बोले--'छाता ले लो बारिश हो रही है'।

 

2. कल बारिश हो रही थी। जादू खिड़की पर पहुंचे और बोले--ऐ बारिश।

पानी पी लेना। भीगना मत। चलो जाओ। मम्‍मा बुला रही है।

 

 

3. पापा कहीं बाहर गए थे। बारिश हो रही थी। जादू खिड़की पर लाकर बोले--

'पापा जल्‍दी आना। भीगना मत। ठीक है। ओके। सुना।'

जादू को लगता है कि खिड़की पर खड़े होकर बोलने से सब सुन लेते हैं।