अन्ना हज़ारे के अनशन की वजह से टीवी पर ख़बरों में अकसर
'भारत माता की जय' सुनाई पड़ता है।
और जादू भी आजकल दिन भर 'भारत माता की जय' बोलता रहता है।
नन्हे जादू का अपना t w i t t e r.
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अन्ना हज़ारे के अनशन की वजह से टीवी पर ख़बरों में अकसर
'भारत माता की जय' सुनाई पड़ता है।
और जादू भी आजकल दिन भर 'भारत माता की जय' बोलता रहता है।
जादू हमेशा साहसिक करतब करता है।
आज दोपहर गाव-तकिए पर खड़े होकर 'वन-टू-थ्री' कर रहा था।
मम्मा से बोला, मम्मा संभाल के, जादू नहीं गिरेगा।
इसी तरह बेड पर जंप करते वक्त भी यही बोलता है।
सोफे़ से भी।
मम्मा बोलती हैं, बेटा संभलना मम्मा को नहीं आपको है।
पर जादू की समझाईश जारी रहती है,
मम्मा संभालके। सुनिए। संभालके जादू नहीं गिरेगा।
जादू पापा की टेबल पर लैंड-लाइन फोन से खेल रहा था।
हैलो--सविता, हां, आवाज़ नहीं आ रही है।
अरे आवाज़ कट रही है।
जादू को भी पता है कि मौसी के फ़ोन से अकसर आवाज़ नहीं आती।
नेटवर्क गड़बड़ रहता है।
डॉक्टर अंकल (डॉ. देवांग शाह) ने जादू को समझाया था--
तुम्हें सब्जियां भी खानी चाहिए।
आज पापा खाना खा रहे थे तो जादू ने पापा से कहा,
पापा डॉक्टर अंकल ने कहा है, सब्जियां भी खानी चाहिए।
चलो सब्ज़ी खाओ।
पापा ने कहा, डॉक्टर अंकल ने तो तुमसे कहा था ना।
जादू के आगे किसकी चलती है। सब्ज़ी पापा ने खाई।
जादू ने नहीं।
कल मम्मा ने कहा, ये चादर बदल देना चाहिए।
जादू ने मम्मा से कहा--'नईं मम्मा चादर नहीं बोलो'।
अब मम्मा सोच में हैं कि चादर को चादर ना बोलें तो क्या बोलें।
पापा को छींक आई।
फिर दूसरी भी आई।
जादू ने पुकार लगाई।
पापा मीठी-दवा खा लीजिए।
(पिछले कुछ दिनों से सर्दी-ज़ुकाम से परेशान रहने के बाद जादू का सीखा सबक़)
1. जादू को दूध में गॉनवीटा डालकर पीना है।
(बॉर्नवीटा)
2. आज जादू 'कान्हा' बनकर स्कूल गए थे। प्ले-ग्रुप में
आज जन्माष्टमी का उत्सव था।
3. आजकल जादू बहुत सारे वाक्य ओ.के. से ख़त्म करते हैं।
पानी पी लिया। ओ.के.। खाना खा लिया। ओ.के.। चलते हैं ओ.के.।
डीवीडी लगाईये। ओ.के.। हर चीज़ पर ओ.के.।
जादू पापा के साथ खेल रहे थे।
अचानक गाना गाने लगे--चंदा मामा दूर के
पुए पकाएं पूर के।
उसके बाद 'चंदा मामा आरे आवा' को इसमें मिक्स कर
दिया और बोले--
पापा के मुंहवा में घुटूं।
जादू अभी-से रीमिक्स करने लगे हैं।
मम्मा 'कौन बनेगा करोड़पति' देखते हुए अचानक लेट गयीं।
जादू मम्मा के साथ ही थे।
जब मम्मा उठने लगीं तो बोले—मम्मा लेटिए।
मम्मा ने तीन-चार बार उठने की कोशिश की।
हर बार जादू ने कहा--'मम्मा लेटिए। मत उठिए।
मम्मा लेटी हैं। जादू भी।
'कौन बनेगा करोड़पति' चल रहा है।
बाक़ी काम ठप्प हैं।
आज डिनर पर जब पापा उठने लगे तो जादू ने कहा--
'पापा खा लिया खाना। पेट भरी 'गयी'।
पापा ने कहा--'हां बेटा'।
जादू--'चलिए आलू खाईये। डॉक्टर अंकल ने कहा है, आलू भी खाना चाहिए।
मम्मा ने कहा--'आलू तुमको खाने को कहा है जादू, चलो खाओ'
जादू की थाली में आलू परोसा गया। पर जादू ने नहीं खाया।
'पर उपदेश कुशल बहुतेरे'।
सुबह सुबह जादू ने देखा कि पापा पेपर पढ़ रहे हैं।
जादू ने भी पेपर पढ़ा।
पेपर में दस जगह पर चंदा-मामा पहचाने।
जब पापा पेपर रखकर हट गये तो सारे पेपर लपेटकर
जादू ने रैक में सही जगह रख दिये हैं।
और 'मेरी सायकिल है' कहते हुए अपनी सायकिल चला रहे हैं।
जादू सोने गया है।
अचानक बोल रहा है--बाडिश आ रही है।
जवाब हैं—हां।
जादू बारिश से--'बाडिश नईं आओ। चुप। बाडिश तलो निन्नी करो। 'बाडिशे शो जाना घप्पे (घर पे)
बाय शी-यू।
गाड़ी में जाते हुए---'पापा पीछे से गाड़ी आ रही है'।
मम्मा से---'जादू को डिड्डी नईं चैये'।
ट्रैफिक-सिग्नल पर--'सिग्नल सिग्नल'।
लैंडलाइन फोन उठाकर---'डॉक्टर अंकल सुई लगायेंगे क्या'।
खिड़की पर खड़े होकर---'हाय बारिश'
टैडी बेयर से---- 'तलो हटो, भाग जाओ। नईं आना जादू के पास'
मम्मा से (जादू की नकल करने पर) --'नईं बोलिए ऐसे'।
सीबीबी एनीमेशन चैनल देखते हुए---ऐ बर्ड पेड़ पर मत चढ़ो। रूक जाओ।
किसी का भी फ़ोन आए, तो पापा से--'कौन था, क्या बोला'।
दिन में बीस बार---'जादू को हाथ धोने हैं, बेसिन से' (मतलब गीला होना है)
इसके बाद--'ती-थर्ट गीला हो गया'।
टेडी-बेयर से--'तलो घूमकर आते हैं'।
..............अगले अंक में जारी
मैं जादू बोल रहा हूं।
आप टॉफी देते हैं।'
इन दिनों जादू डॉक्टर अंकल से बहुत मिला है
इसलिए फोन उठाकर उनसे बातें करने की
एक्टिंग करता है।
डॉक्टर अंकल (डॉक्टर देवांग शाह) जादू को लास्ट
में 'हाजमोला कैंडी' देते हैं।
जादू को बाक़ी चीज़ों से नहीं अपनी 'टॉफी' से मतलब है।
इसलिए वो हर फोन से डॉक्टर अंकल को फोन लगाता है।
एक हफ्ते से जादू जी की तबियत ख़राब थी।
सर्दी-खांसी-बुख़ार।
संडे खांसी तो अचानक इतनी बढ़ गयी कि
मम्मा-पापा पैनिक हो गए।
पर अब जादू बहुत बेहतर है।
अभी-अभी उसके रास्ते में एक चींटी आ गई।
और जादू ने उससे क्या कहा, सुनिए।
'जाओ जाओ, चलो हटो। अपने रास्ते पर जाओ, चींटी बाहर जाओ।'
चींटी बेचारी क्या करती। गई।
शाम के पांच बज चुके हैं। जादू टॉम एंड जैरी देख रहे हैं।
और जैरी को ब्रश करते देखकर उनका मन भी ब्रश करने
को करने लगा है। पापा से कह रहे हैं ब्रश करना है।
आखिरकार ब्रश पर पेस्ट लगाकर देना पड़ा।
उसके बाद चेयर सरका कर बेसिन की तरफ चल पड़े।
पूछा कहां चले। बोले--'जादू कुल्ला करने जा रहा है'।